गर नहीं तुझको है फ़िक्र, हम क्यों जताना छोड़ दे
अब नहीं तू देखता पर क्यों आंसू बहाना छोड़ दे
आज अपनी भी कहानी दो सिरों में बंट गयी
तुम अगर जो भूल भी गए, क्यों हम ये फ़साना छोड़ दे
तुम तो दरिया दिल थे, मेरी हर खता ही माफ़ थी
आज तुम रूठे हो तो क्यों हम मानना छोड़ दे
होने दो बारिश बहुत, मिट जाए तेरी यादों का घर
पर एक बार जो मिट गया, क्यों उसे फिर दे बनाना छोड़ दे
गाहे बगाहे ही तेरी गलिओं से मेरा रास्ता मिले
क्यों तेरे उस मोड़ से हम आना जाना छोड़ दे
आज में तनहा हु तो तनहा तू भी होगी वहां
क्यों न समझे दर्द तेरा, क्यों तुझको हसना छोड़ दे
जब मुझे ये है यकीन ही आओगे तुम जल्द ही
क्यों न तेरी रह देखे, क्यों पलके बिछाना छोड़ दे
अब नहीं तू देखता पर क्यों आंसू बहाना छोड़ दे
आज अपनी भी कहानी दो सिरों में बंट गयी
तुम अगर जो भूल भी गए, क्यों हम ये फ़साना छोड़ दे
तुम तो दरिया दिल थे, मेरी हर खता ही माफ़ थी
आज तुम रूठे हो तो क्यों हम मानना छोड़ दे
होने दो बारिश बहुत, मिट जाए तेरी यादों का घर
पर एक बार जो मिट गया, क्यों उसे फिर दे बनाना छोड़ दे
गाहे बगाहे ही तेरी गलिओं से मेरा रास्ता मिले
क्यों तेरे उस मोड़ से हम आना जाना छोड़ दे
आज में तनहा हु तो तनहा तू भी होगी वहां
क्यों न समझे दर्द तेरा, क्यों तुझको हसना छोड़ दे
जब मुझे ये है यकीन ही आओगे तुम जल्द ही
क्यों न तेरी रह देखे, क्यों पलके बिछाना छोड़ दे
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