बैठे थे जिसके साए मैं वो रात डेह गयी
कहनी थी उनसे बात पर वो बात रह गयी
मैं सोचता रहा की बस इस बार कह ही दूँ
कहनी की जब जुर्रत हुई वो मुलाक़ात रह गयी
यु तो जहाँ मैं सभी आये अकेले थे
वो जब मिला अकेले रहने की नियत बदल गयी
उसकी नज़र बदली सारा जहाँ बदल गया
दर्द सर्द हो गया साडी हकीकत बदल गयी
जन्नत नहीं है मार्के के बाद किसी के लिए
वो साथ हो तो खुशिओं की बरसात हो गयी
बरसात की अजीब सी फितरत है दोस्तों
पहले ज़िन्दगी मैं थी अब आँखों से दिन रात हो गयी
रूह के सिवाए दुनिया मैं अपने कोई नहीं
बाकि ये कायनात उसके साथ बह गयी
बैठे थे जिसके साए मैं वो रात डेह गयी
कहनी थी उनसे बात पर वो बात रह गयी
कहनी थी उनसे बात पर वो बात रह गयी
कहनी थी उनसे बात पर वो बात रह गयी
मैं सोचता रहा की बस इस बार कह ही दूँ
कहनी की जब जुर्रत हुई वो मुलाक़ात रह गयी
यु तो जहाँ मैं सभी आये अकेले थे
वो जब मिला अकेले रहने की नियत बदल गयी
उसकी नज़र बदली सारा जहाँ बदल गया
दर्द सर्द हो गया साडी हकीकत बदल गयी
जन्नत नहीं है मार्के के बाद किसी के लिए
वो साथ हो तो खुशिओं की बरसात हो गयी
बरसात की अजीब सी फितरत है दोस्तों
पहले ज़िन्दगी मैं थी अब आँखों से दिन रात हो गयी
रूह के सिवाए दुनिया मैं अपने कोई नहीं
बाकि ये कायनात उसके साथ बह गयी
बैठे थे जिसके साए मैं वो रात डेह गयी
कहनी थी उनसे बात पर वो बात रह गयी
कहनी थी उनसे बात पर वो बात रह गयी
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