मेरी बेरंग दुनिया में, एक उदासी सी थी छाई
ठुमकती नन्हे कदमो से मेरी अन्वी चली आई
न सोचा था कभी मैंने की परिया सच में होती है
उसे देखा लगा की ऐसी भी न बात परियो मैं
ठुमकती नन्हे कदमो से मेरी अन्वी चली आई
न सोचा था कभी मैंने की परिया सच में होती है
उसे देखा लगा की ऐसी भी न बात परियो मैं
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