माँ चल आज दोस्त बन जाये
आपका मेरा रिश्ता कुछ भूल जाये
मान ले की हम बचपन से करीब है
मैं तेरा और आप मेरे अज़ीज़ है
चलो आज दोस्त बन जाये
चलो कुछ कहीं कुछ सुनाये
माना हम साथ खेले नहीं
कभी घुमे संग संग मेले नहीं
पर विश्वास है की दुनिया में हम अकेले नहीं
जब अकेले नहीं तो क्यों यु रोते रहे
क्यों अपने दुःख अकेले ही सहे
चलो दुःख बाँट ले और खुशियाँ ले आये
चलो माँ आज हम दोस्त बन जाये
आप मेरे करीब ज़रूर हो
पर लगता है की आदत से मजबूर हो
कुछ कहते नहीं मुझसे जैसे मुझसे दूर हो
दोस्त बन के देखो शायद दोस्ती में ही वो सुरूर हो
आओ कुछ बांटे और सुकून के रंग में सन जाये
चल माँ आज हम दोस्त बन जाये
मैं बड़ा नहीं हूँ जो आपको सलाह दूंगा
पर रखो भरोसा की सब चुप चाप सुन लूँगा
अगर पूरा नहीं तो कुछ हद तक आपका गम सह लूँगा
कुछ ज्यादा नहीं पर रोने तो कन्धा ज़रूर दूंगा
एक कोशिश करे की शायद ज़िन्दगी का गम खुशिओं से अलग बंट जाये
चलो माँ आज हम दोस्त बन जाये
चलो माँ आज हम दोस्त बन जाये ..............
आपका मेरा रिश्ता कुछ भूल जाये
मान ले की हम बचपन से करीब है
मैं तेरा और आप मेरे अज़ीज़ है
चलो आज दोस्त बन जाये
चलो कुछ कहीं कुछ सुनाये
माना हम साथ खेले नहीं
कभी घुमे संग संग मेले नहीं
पर विश्वास है की दुनिया में हम अकेले नहीं
जब अकेले नहीं तो क्यों यु रोते रहे
क्यों अपने दुःख अकेले ही सहे
चलो दुःख बाँट ले और खुशियाँ ले आये
चलो माँ आज हम दोस्त बन जाये
आप मेरे करीब ज़रूर हो
पर लगता है की आदत से मजबूर हो
कुछ कहते नहीं मुझसे जैसे मुझसे दूर हो
दोस्त बन के देखो शायद दोस्ती में ही वो सुरूर हो
आओ कुछ बांटे और सुकून के रंग में सन जाये
चल माँ आज हम दोस्त बन जाये
मैं बड़ा नहीं हूँ जो आपको सलाह दूंगा
पर रखो भरोसा की सब चुप चाप सुन लूँगा
अगर पूरा नहीं तो कुछ हद तक आपका गम सह लूँगा
कुछ ज्यादा नहीं पर रोने तो कन्धा ज़रूर दूंगा
एक कोशिश करे की शायद ज़िन्दगी का गम खुशिओं से अलग बंट जाये
चलो माँ आज हम दोस्त बन जाये
चलो माँ आज हम दोस्त बन जाये ..............
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