Wednesday, August 25, 2010

आखिर आँखों को आँखों से प्यार है

कल फिर सबसे बचते बचाते मेरी आँखों ने उनको दूंढ लिया
जिस सवाल से सबको ऐतराज़ है वो सवाल फिर से पूछ लिया

उनकी आँखें झुक गयी और फिर पलके भारी होने लगी
मेरी आँखों को लगा जैसे उनकी आँखें रोने लगी
जब उनकी आँखें उठी तो किनारे सुर्ख और पलके गीली थी
कोशिश की ख़ुशी दिखाने की पर आँखे सीली थी
मेरी आँखों ने कहा की किस बात का दुःख है
हमारी आँखें साथ साथ है ये क्या कम सुख है

आखिर मेरी आँखों ने तो कोई सवाल भी नहीं किया
शायद जो तुम्हे लगा वो तुम्हारी आँखों का वहम था या कोई धोका था
मैंने तो जान बूझ कर अपनी आँखों को सवाल पूछने से रोका था
जानता हु की कुछ सवालों के जवाब आपके पास भी नहीं है
आखिर जो हुआ वो कहानी तो खुदा ने  लिखी है

पर शायद आपकी आँखों ने मेरी आँखों से वो सवाल चुरा के पढ़ा
एक बार फिर खो गयी यादों में, एक बार फिर वही गम सहा
क्या सच में आँखों पे कोई काबू नहीं है
क्या इनका यु सवाल पूछते रहना सही है

क्या पहले ये आँखें सच में चुप रहती थी
जो भी होता है उसको याद करके बाद में बहती थी

आंसू का मतलब कभी ख़ुशी और कभी गम होता है
पर क्या हमेशा आंसू आँखों से बहता है
क्या आँखों को रोते छोड़ के आत्मा चुप चाप सोती है
या कभी कभी आँखों सूखी रहती है और आत्मा रोती है
मैं शायद इतना ज्ञानी नहीं की आत्मा का राज खोलू
मैं तो इतना भी नहीं कर सकता की अपनी आँखों को सवाल करने से रोकू

आँखें मुझसे पूछ कर आपको अपने सवाल से नहीं सताती है
जितना बार खुद से सवाल पूछती है उतनी बार मुझे भी रूलाती है
ये भी जानती है की कुछ सवालों के जवाब कोई नहीं बताता है
पर वो सवाल सदा आँखों को सताता है

सवाल पूछना आसन है पर जवाब देना मुश्किल है
क्या आँखों के हर सवाल का जवाब मुमकिन है
ऐसा तो नहीं की ये सिर्फ सवाल पूछ कर के आपको परेशान करती हो
या कही आप सवाल न पूछ लो इस बात से डरती हो
शायद मन का डर आँखों से नहीं छुपा है
और इसी लिए आँखों से सवाल पूछना शुरू किया है

खुद तो रो रो कर ये पत्थर हो गयी है
सारे आंसू सूख गए और सुर्ख से सफ़ेद हो गए है
आपके आँखों में आपने आप को देख कर काबू नहीं रख पाती है
जानते हुए भी की कोई जवाब नहीं मिलेगा फिर सवाल पूछ जाती है

आप परेशान न हो में इन्हें अच्छे से समझा दूंगा
अगर फिर सवाल पूछा तो शायद सदा के लिए इन्हें बंद कर लूँगा
शायद मेरे ये सवाल मेरे साथ  ही जल जायेंगे या बह जायेंगे रोते रोते
क्यूंकि सच है की हर सवाल के जवाब नहीं होते

ये समझाता जाता हु में हर बार पर ये आँखे अब मुझसे भी नहीं डरती है
जब भी देख लेती है आपकी आँखों को फिर वही सवाल करती है
आपकी भी आँखें झुक कर इनको बताती है
इतना जल्दी हार मत मनो क्यूंकि ज़िन्दगी अभी बाकी है
जब तक हार न हो मानो की जीत है
आखिर आँखों को आज भी आँखों से प्रीत है

कोशिश करूँगा अगली बार जब ये आपको दूंढ ले तो सवाल न करे
ये तो सूख गयी है पर कम से कम आपकी आँखें न भरे
पर आपको देख इनको याद आता पुराना वक़्त जब ये रिश्ता ठहरा नहीं था
एक था वो भी वक़्त जब आँखों पे कोई पहरा नहीं था

आज कल दुनिंय भी आँखों में कुछ टटोलती है
क्या ये उनकी याद में बह रही है, अक्सर ये बोलती है
मैं फिर कहता हु की नहीं आँख में कुछ गिर गया है
वो कहते है की तू  सोचता है की हमारा दिमाग फिर गया है
अगर कुछ गिरा तो दोनों आँखें क्यों लाल है
पूछना चाहते है मुझसे वो की आपकी आँखों का क्या हाल है
मेरी आँखें चुप चाप सवाल टाल देती है,
चुप और गुमसुम रह कर अकेले में रो लेती है

क्या कभी आपकी आँखों ने नहीं किया मेरी आँखों का इंतज़ार
क्या सिर्फ मेरी आँखों को हुआ था आपकी आँखों से प्यार
प्यार का इज़हार तो आपकी आँखों ने भी किया था
मुझे याद है मेरी आँखों ने आपकी आँखों से कोई वादा लिया था
क्या वो वादा था की सारी ज़िन्दगी साथ बिताएंगे
या कुछ ऐसा था की कुछ भी हो आँखें नहीं चुरायेंगे
क्या कुछ कहा था ऐसा की हम मिले या नहीं पर करेंगे इंतज़ार
किसी को देखे या न देखे करते रहेंगे प्यार

मुझे नहीं पता क्यूंकि में आँखों की भाषा नहीं जानता हु
मेरी आँखों ने किये जो सवाल उनके लिए माफ़ी मांगता हु
बेवजह आपही आँखों को भिगो दिया
आज तक सदा दुःख दिया और अब भी रुला दिया

एक रात सोते सोते मेरी आँखों ने मुझसे कहा की जानता है की उसकी आँखें हमे क्या जवाब देती है
वो आज भी हम में झाँक कर तेरे दिल का हाल जान लेती है
हमे  आज भी उनसे मिलने का फितूर है
आखिर जो हुआ तुम्हारे बीच हुआ, उसमे हमारा क्या कसूर है

अब में क्या समझाता की जो हुआ उसमे किसने किसका दोष पाया
इतने में मुझे एक पल को होश आया, हो आया अपनी समझ पे शक
आखिर होती कौन है ये आँखें, किसने दिया सवाल पूछने का हक
फिर याद आया की आपको देखा था दिन में, याद में आपकी ये मुझे और भी सताती है
आज भी आपको देख कर ये बेकाबू हो जाती है
आज भी मुझसे ज्यादा इन पर आपका इख्तियार है
आखिर आँखों को आँखों से प्यार है

आखिर आँखों को आँखों से प्यार है
आखिर आँखों को आँखों से प्यार है

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