Monday, November 29, 2010

खुदा तेरे करीब है

खुदा तेरे आस पास है
खुदा तेरे करीब है
ये सोच मत तू फकीर है
ये सोच तू कितना खुशनसीब है

खुदा तेरे आस पास है 
खुदा तेरे करीब है 


तु है दुखी ये सोच के
हुआ है जो बुरा हुआ
मगर क्या ये तुने किया
ये सब खुदा के खेल है
है तू दुखी इस वक़्त में
लगेगा ये अजीब है

खुदा तेरे आस पास है 
खुदा तेरे करीब है 


वो जानता है सब जो हुआ
सुनता है तेरी हर दुआ 
करता कुछ परेशान है
पर देता तुझे जो तुझे अज़ीज़ है

खुदा तेरे आस पास है 
खुदा तेरे करीब है 


उसने दिया उसने लिया
उसने लिखा उसने पढ़ा
देखा मुझे फिर से लिख दिया
हम सोचते है ये नसीब है

खुदा तेरे आस पास है 
खुदा तेरे करीब है 


जब माँ नहीं तो माँ है वो
जब कुछ नहीं तो भी है वो
हम सोचते है अकेले है हम
बात ये कितनी अजीब है

खुदा तेरे आस पास है 
खुदा तेरे करीब है 

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