Friday, October 22, 2010

अपना ख्याल रखना

अपना ख्याल रखना, तुम मेरी अमानत हो 
कुछ भी ऐसा ना करना, जिस से तुमको ज़हमत हो 

तुम फूल ना सही, पर फूल सी नाज़ुक ज़रूर हो 
कभी ना हो ऐसा की तुम मन मारने को मजबूर हो 

तुम में हवा की ताजगी है, इसको बनाये रखना 
झड़ते है गुल तेरी हँसी में, इनको सजाये रखना 

तुम वो हो जिसे देख सारा गम ख़ुशी हो जाता है 
तुमने पाया है वो दिल जो सबकी तकलीफ अपनाता है 

तुमने ही सिखाया जीना, तुम ये मेरी कहानी है 
तुमसे जुडी है सारी बातें, एक दिन तुम्हे ही सुनानी है 

तुम रहो सलामत, खुश रहो सदा ये मेरी दुआ है 
अब काली रात बस हुई, अब तो नयी सुबह है 

अब रोज़ ज़िन्दगी के बाग़ में बहार होगी
मिलेगी ख़ुशी इतनी की गम को भुला ही डौगी 

तुम पे रहे रहमत सदा, ना गम की धुप छाए
मसरूफ रहो ज़िन्दगी में, ना कभी मेरी याद आये 

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